“जब भी आपका मन बदलता है, आपकी दुनिया बदल जाती है।” -बायरन केटी
इमोशनल डिक्लटरिंग…क्या मतलब है इसका? हर दिन ढेर सारे इमोशन के साथ डील करते हुए, हम भूल जाते हैं कि उन फीलिंग्स से हमें छुटकारा पाना चाहिए जो कि परेशान कर रहे हैं। मैं जानती हूँ कि आप सोच रहे हैं कि उसके लिए हमारे पास टाइम नहीं है। यह अपने आप निकल जाएगी। हालांकि आप ज्यादा गलत नहीं हो सकते!
मैं समझती हूं कि हम सबकी बिज़ी लाइफ़ है और हमारे पास टाइम की हमेशा कमी होती है, लेकिन अपनी दबी हुई फीलिंग्स से एंग्ज़ाइटी और डिप्रेशन हो सकता है। कोई भी अपनी लाइफ़ में यह सिचुएशन नहीं चाहता है। अपनी सोच को सही करने से आपको अच्छा महसूस होगा और एक नई शुरुआत होगी।
तो हमारी लाइफ़ को आसान बनाने के लिए, यहाँ 5 टिप्स और टेक्निक्स दी गई हैं जो आपको इमोशनल डिक्लटर करने में हेल्प करेंगी।
1. आप अपनी मौजूदा लाइफ़ कैसी चाहती हैं?
नेगेटिव इमोशन से बाहर निकलने का सबसे आसान तरीका है दिन में सपने देखना यानी डैड्रीमिंग। यह आपको जोक लग रहा होगा लेकिन एक बार इसका मतलब समझ जाएंगी, तो यह स्टूपिड जैसा कुछ नहीं लगेगा! कहते है ना कि खुली आँकों से देखे सपने सच होते हैं। इसलिए एक विजन क्रिएट करें कि आप अभी अपनी लाइफ़ को कैसा देखना चाहती हैं क्योंकि एक बार आपने उस रास्ते के बारे में सोचना शुरू कर दिया, तो आपका ब्रेन रेजूवेनेट होना शुरू करता है और आपको उन चीज़ों के बारे में सोचने के लिए मोटिवेशन देता है जो आपको वहां ले जाएंगे।
2. आपको क्या रोक रहा है?
जब आप अपने बारे में हर चीज़ पर डाउट करने लगते हैं, तो यह सवाल आप खुद से पूछते हैं! कुछ समय निकालना और अपने थॉट्स में गहराई से जाना ज़रूरी है कि आप कहां स्टक हो गए हैं और उन सभी चीजों की लिस्ट बनाएं जिनके बारे में आपने सोचा है। अब तक, चाहे वह आपकी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन तलाशने का डर हो या न हो, उस चेकलिस्ट से कंसल्ट करके, आपको पता चल जाएगा कि इससे कैसे डील करना है। बड़ी प्रॉब्लम्स के साथ शुरुआत करने से आप उस झंझट से बाहर निकल जाएंगे।
3. हेल्प लेने से हिचकिचाए नहीं
“हमारी लाइफ़ उस दिन से खत्म होना हो जाती हैं, जिस दिन हम ज़रूरी चीजों को लेकर चुप्पी रखते हैं।” – मार्टिन लूथर किंग जूनियर
यह कही गई बात बिलकुल सही है। सबसे अच्छे गिफ्ट्स में से एक जो आप खुद को दे सकते हैं, वह है खुद को न छोड़ना। यदि आपको लगता है कि आप इसे अकेले नहीं कर सकते हैं, तो अपनी पेरेंट्स, फ्रेंड्स या साइकोलॉजिस्ट से हेल्प ज़रूर लें। आपको खुद को थोड़ा और पुश करने की ज़रूरत है क्योंकि आपने आधा सफ़र तो तय कर लिया है।
4. फ्लैशबैक में जाएं
इस पर अभी से काम करना शुरू करें, जब आपको एहसास हो गया है कि आप इन फीलिंग्स से छुटकारा पाना चाहते हैं और आप जानते हैं कि आपको क्या रोक रहा है। अगर आप अपने एक्स से उबर नहीं पा रही हैं, तो अपने लिए एक कप कॉफी या चाय बनाएं और रिफलेक्ट करें कि उन्होंने आपको कैसा फील कराया। अपने फीलिंग्स से परेशान होकर अल्कोहल को न अपनाएँ, क्योंकि यह आपको अंदर से और भी बुरा महसूस कराएगा। तो आप या तो किसी को बताएं या पेपर लें और अपने इमोशन इसमें लिख डालें।
5. इंस्पाइरिंग स्टोरी
अब एक नया चैप्टर शुरू करने का टाइम आ गया है क्योंकि अब आपको समझ आ गया है कि इमोशन को कैसे डील करना है। एक इंस्पायरिंग स्टोरी लिखें कि आप कैसे जानते हैं कि आपकी लाइफ़ कैसी होगी। यदि आप अभी ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो उस पर्सन के बारे में पढ़कर या जानकर अपने खुद में इंस्पिरेशन ले जिसे आप हमेशा फॉलो करना चाहते थे। क्योंकि कोई और आपको बाहर निकालने की कितनी भी कोशिश कर ले, केवल आप में ही यह जानने की स्ट्रेंथ होनी चाहिए कि ‘आप इसे पूरी तरह से कर सकते हैं!’
तो फ्रेंड्स! इमोशनल ब्लॉक्स को हटाने के लिए 5 टिप्स और टेक्निक्स काम आएंगी। हमें बताएं कि ये सजेशन आपके लिए काम करते हैं। इन सबमें टाइम लगेगा लेकिन आप इन बातो को फॉलों करेंगी तो आप इमोशनली डिक्लटर कर पाएंगी। बस एक पैशन यह हो कि मुझे इस फीलिंग्स से निकलना है, आगे बढ़ना है और इमोशन्स को खुद पर हावी नहीं होने देना है। फिर देखिए एक नई दुनिया आपके सामने होगी!