डिटॉक्स…डिटॉक्सिफिकेशन…पिछले कुछ सालों में ये शब्द खूब सुनने में आ रहे हैं और काफी पॉपुलर बज़वर्ड बन गए हैं। इसे किसी खास डाइट को फॉलो करने या स्पेशल प्रोडक्ट्स का यूज़ करने से जुड़ा हुआ है, जो आपकी बॉडी को टॉक्सिस से छुटकारा पाने का क्लेम करते हैं, जिससे हेल्थ इम्प्रूव होती है और वेट लॉस को प्रमोट करता है। लेकिन आपको बता दूँ कि बॉडी स्पेशल डाइट या एक्सपेंसिव सप्लीमेंट्स के बिना भी टॉक्सिन्स से छुटकारा पाना का दम रखती है। यानी आप अपने बॉडी के नेचुरल डिटॉक्सिफिकेशन सिस्टम में मदद कर सकती हैं।
कॉम्प्लेक्स प्रोसिज़र से गुज़रे बिना आपकी बॉडी को रिजूवनेट करने के यहाँ 9 एविडियेंस बेस्ड तरीके बताए गए हैं।
1. मसाज
ओह येस! ये कितना सेटिस्फाइंग है! यह डिटॉक्स करने के सबसे इफेक्टिव नेचुरल तरीकों में से एक है। मसाज इस नेचुरल प्रोसेस के ज़रिए फ्लुइड्स और मेटाबॉलिक वेस्ट को मूव करने में मदद मिलती है। यह स्ट्रेस, मसल टेंशन और नींद की गड़बड़ी को दूर करने में हेल्प करता है। यह इम्यून सिस्टम भी इम्प्रूव करता है।
2. अल्कोहल इनटेक कम करें
पार्टी एनिमल्स के लिए दिल तोड़ने वाली बात हो सकती है। लेकिन आपको बस यह करना है ताकि आपकी बॉडी को रेग्यूलर तरीके से अपना काम करने में हेल्प मिल सके। हालाँकि आपको पूरी तरह छोड़ने की ज़रूरत नहीं है लेकिन बहुत ज़्यादा न लें। वीक में 2 ड्रिंक कोई नुकसान नहीं करेगी या आपकी डिटॉक्सिफिकेशन की प्रोसेस को डिस्टर्ब नहीं करेगी।
3. कैफीन इनटेक कम करें
कॉफी लवर्स को दुखी होने की ज़रूरत नहीं है। रोज़ाना 1-2 कप कॉफी आपकी डिटॉक्सिफिकेशन प्रोसेस को डिस्टर्ब नहीं करेगी, लेकिन इससे ज़्यादा होने से इम्यूनिटी कम हो जाती है और सोने में परेशानी होती है। हर्बल टी एक बेहतर अल्टरनेटिव है, जैसे ग्रीन टी, पेपरमिंट टी, जिंजर टी, लेमन टी। हर्बल टी बहुत तेजी से डिटॉक्सीफाई करने में हेल्प करती है।
4. स्लीप पैटर्न ठीक करें
आप लोगों को पता नहीं है कि अच्छी नींद न लेने का नतीजा बुरा होता है। जैसे आप अपनी भूख को तब तक सेटिस्फाई नहीं कर सकते जब तक आप कुछ नहीं खाते, यह बॉडी के साथ भी ऐसा ही है। बॉडी के डिटॉक्सिफिकेशन सिस्टम की प्रॉपर फंक्शनिंग के लिए कम से कम 7-8 घंटे की नींद ज़रूरी है।
5. एक्सरसाइज़ ज़रूरी है
रोज़ाना एक्सरसाइज़ करने की आदत डालें। यह बॉडी को डिटॉक्स करने का नेचुरल तरीका है। यह आपको फिट रखताहै और लाइफस्टाइल में पॉजिटिव इफेक्ट डालता है। आपको मैराथनर होने की ज़रूरत नहीं है। केवल उन एक्सरसाइज़ पर फोकस करें जिससे आपका हार्ट रेट बढ़े।
20 मिनट योगा के लिए, 30 मिनट स्विमिंग के लिए, लो-कार्डियो इंटेन्सिटी जैसे 40 मिनट वॉक के लिए दें।
6. खूब पानी पिएं
हम एक बड़ी गलती करते हैं कि पानी केवल प्यास बुझाने के लिए पीते हैं। हमारी बॉडी को अच्छे काम करने के लिए पानी की ज़रूरत होती है। तो क्या होता है जब हम अपनी बॉडी की ज़रूरत के हिसाब से प्रॉपर क्वांटिटी में पानी कंज़्यूम नहीं करते है! इससे डिहाइड्रेशन, डायरिया, एकने की प्रॉब्लम्स हो सकती है। यह साइन है जब हमारी बॉडी पानी की ज़रूरत के बारे में बता रही है। किडनी के सही तरीके से काम करने के लिए हमें एक दिन में कम से कम 7-8 ग्लास पानी पीना चाहिए। किडनी बॉडी से टॉक्सिक सब्स्टेंस निकालने के लिए रिस्पॉन्सिबल है।
7. ड्राई ब्रशिंग
ड्राई ब्रशिंग ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद करता है जिससे नेचुरल तरीके से डिटॉक्सिफिकेशन होता है, स्किन टोन और अपीयरेंस सुधारता है। ड्राई ब़ॉडी ब्रिसल ब्रश स्किन ब्रशिंग के लिए है। इसे वीक में एक बार नहाने से पहले करें। सर्कुलर मोशन में अपने पैरों में ब्रश करना शुरू करें और फिर अपने अंदर टोर्सो की ओर बढ़ें। यह एक ऐसी रिलेक्सिंग थैरेपी है जिसे आपको ट्राई करना चाहिए। यदि आपके पास ड्राई ब्रशिंग का एक्सेस नहीं है तो टेंशन की कोई बात नहीं! आपको एक कप बेसन, आधा टीस्पून हल्दी पाउडर और पीसी हुई कॉफी लेकर पेस्ट बनाएं। अपने पूरी बॉडी पर सर्कुलर मोशन में मसाज करें और गुनगुने पानी से धो लें। यह एक्सफोलिएशन और ब्लड सर्कुलेशन के लिए नेचुरल होम थैरेपी है।
8. ग्रीन्स और फ्रूट्स
बॉडी को अपना काम करने दीजिए। हेल्दी डाइट मेनटेन करना बहुत ज़रूरी है ताकि बॉडी नेचुरली काम कर सके और फिट रह सके। इन टॉक्सिन्स से नेचुरली छुटकारा पाने के लिए, आपको अपनी डाइट में फ्रूट्स और वेजिटेबल्स शामिल करना चाहिए। फ्रूट्स और वेजिटेबल्स में मिनरल्स, विटामिन और फाइबर होते है। ये इम्यून सिस्टम बूस्ट करने में मदद करते हैं जिससे टॉक्सिन्स नेचुरली दूर होते हैं।
कुछ फूड्स जो आपको अपनी डाइट में शामिल करने चाहिए: अदरक, पालक, नीबू, खीरा, किवी, ऑरेंज और तरबूज। ये फूड्स न केवल हाइड्रेटेड रखेंगे बल्कि डिटॉक्सिफिकेशन में भी हेल्प करेंगे। तो क्यों न इसको ट्राई किया जाए?
9.ब्रेक ज़रूर लें
हम सभी खुद को बनाने की जल्दी में हैं लेकिन यह भूल जाते हैं कि हमारे मेंटल हेल्थ की क्या जरूरत है। एक ब्रेक ले लो। यदि आप बहुत ज़्यादा स्ट्रेस में हैं और अपने आप को शांत करने के लिए पर्याप्त समय नहीं ले रहे हैं, तो यह आपके नर्वस सिस्टम को अफेक्ट करता है, जिसके स्लो डिटॉक्स होता है।
तो, यहां आपके बॉडी के नेचुरल तरीके से डिटॉक्सिफिकेशन करने के कुछ तरीके दिए गए हैं। जरूरी नहीं कि आप सप्लीमेंट्स पर पैसा खर्च करें या कोई हार्ड डिटॉक्स प्रोग्राम शुरू करें। आपकी लाइफस्टाइल में ये छोटे-छोटे चेंजेस आपको डिटॉक्सिफिकेशन में बेहतरीन रिजल्ट देंगे।
इन सिम्पल चेंजेस को ट्राई करें और हमें कमेंट्स सेक्शन में बताए कि यह प्रोसेस कैसी लगी।