इनडाइजेशन वाकई बहुत बुरी चीज़ है। मैंने जितने भी लोगों को इससे परेशान देखा है, उनका हाल बेहाल रहता है। इनडाइजेशन वैसे भी कई तरह की दिक्कतें पैदा कर देता है। पेट दर्द, ब्लोटिंग, एसिडिटी, कॉन्स्टिपेशन और लूज़ मोशन जैसे हेल्थ इश्यूज़ फेस करने पड़ जाते हैं। हेल्दी बॉडी के लिए फूड का प्रॉपर डाइजेशन ज़रूरी है। आपकी फूड हैबिट्स और एक्टिविटीज़ सीधे डाइजेशन प्रोसेस को अफेक्ट करती है।
आप अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करके अपने डाइजेशन सिस्टम को हेल्दी और स्ट्रॉन्ग रख सकते हैं। डाइजेशन सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए यहाँ कुछ योगा पोज़ दिए हैं।
1. कोबरा पोज़ (भुजंगासन)
अब जैसा कि आपको नाम से ही समझ आ रहा होगा कि इसमें हमें कोबरा स्नैक की तरह पोज़ लेना है। जब यह पोज़ करते हैं, तो इससे पूरी बॉडी में स्ट्रेच होता है जिससे बॉडी फ्लैग्ज़िबल बनती है और आपका डाइजेस्टिव सिस्टम भी स्ट्रॉन्ग बनता है। इस पोज़ में जो स्ट्रेच होता है, उससे पेट के ऑर्गन्स काम करने में बहुत आसानी होती है। वाकई मुझे तो कोबरा पोज़ करने के बाद जो रिलेक्सैशन मिलता है, उसकी बात ही अलग है!! तो चलिए डाइजेशन को इम्प्रूव करने के लिए इस पोज़ का करना सीख लीजिए।
ऐसे करें
मैट बिछा लीजिए। पेट के बल लेट जाएं और पैरों को सीधा रखें। इस बात का ध्यान रखें कि पैरों की अंगुलियां आपस में टच करते हुए बाहर की तरफ हो।
अब अगले स्टेप में आपको चेस्ट के दोनों किनारों के पास हथेलियों को रखना है। हाथ आपके बॉडी के करीब हो और कोहनी बाहर की ओर निकले।
इस पोज़िशन के बाद अपने फोरहेड को फ्लोर पर टच कराएं और बॉडी को लूज़ छोड़ें। धीरे-धीरे सांस लेते हुए अपने फोरहेड, नेक और फिर शोल्डर को ऊपर उठाएं।
अपने बैक के मसल्स के हेल्प से चेस्ट को ऊँचा करते जाएं और सिर को पूरी तरह ऊपर उठा दें।
कोबरा के पोज़ की तरह अपने नेक को धीरे से पीछे की ओर ले जाएं और ऊपर की ओर देखते हुए रिलेक्स होकर सांस लें। चेस्ट को पूरी तरह स्ट्रेच करें।
बॉडी का वेट अपने हथेलियों पर न आने दें। इस पोज़िशन में 20-25 सेकंड तक रहें। फिर अपने पहले वाली पोज़िशन में वापस आ जाएं और सांस छोड़ें। इस पोज़ को 2-3 बार रिपीट करें।
2. डाउनवर्ड फेसिंग डॉग पोज़ (अधो मुख शवासन)
इस योगा पोज़ से आपको ढेरों फायदे मिल सकते हैं। जहाँ यह पोज़ सिरदर्द, पीठ दर्द और थकान से राहत दिलाता है, वहीं एब्डोमिनल ऑर्गन को स्टिम्यूलेट करता है और डाइजेशन को इम्प्रूव करता है। इस पोज़ से एब्डोमिनल मसल्स स्ट्रेच होती है जिससे इससे जुड़ी परेशानियों से छुटकारा मिलता है। चलिए इस पोज़ को करने का सही तरीका जान लीजिए।
ऐसे करें
सबसे पहले फ्लोर पर एकदम स्ट्रेट खड़े हो जाएं और उसके बाद दोनों हाथों को आगे करते हुए नीचे फ्लोर की ओर झुक जाएं। जब आप झुकते हैं, तब आपके घुटने सीधे हों और हिप्स के ठीक नीचे हों।
हाथ शोल्डर के बराबर नहीं बल्कि इससे थोड़ा सा पहले झुका लें।
हथेलियों को ऐसे ही झुके हुए पोज़िशन में ही आगे की ओर फैलाएं और अंगुलियों को पैरेलल रखें।
अब अपने घुटनों को हल्का सा मोडें और एड़ियों को फ्लोर से ऊपर उठाएं।
इस पोज़िशन पर अपने हिप्स को पेल्विक से स्ट्रेच करें और हल्का सा प्यूबिक की ओर प्रेस करें।
हाथों को पूरी तरह फ्लोर पर शोल्डर के नीचे से आगे की ओर फैलाए रखें। ध्यान रखें कि अंगुलियां फ्लोर पर फैली होनी चाहिए।
अब अपने घुटनों को फ्लोर पर थोड़ा और झुकाएं और हिप्स को जितना हो सकते ऊपर उठाएं।
सिर हल्का सा फ्लोर की ओर झुका हो और बैक के लाइन में ही हो। यह है आपका परफेक्ट डाउनवर्ड फेसिंग डॉग पोज़।
3. बोट पोज़ (नौकासन)
बोट पोज़ से इनडाइजेशन, ब्लोटिंग ,कॉन्स्टिपेशन, गैस जैसे डाइजेशन से जुड़े डिसऑर्डर दूर हो जाते हैं। वैसे आप अगर अपनी बढ़ी हुई बैली से भी परेशान हैं, तो यह योगा पोज़ बेहद काम का है।
ऐसे करें
मैट पर पीठ के बल लेट जाएं और अब पैरों को आपस में जोड़ लें।
अपने हाथों को भी बॉडी से टच करते हुए रखें। अब गहरी सांस लें और फिर सांस छोड़ते हुए अपने सिर, पैर, चेस्ट व हाथों को ऊपर की ओर उठाएं।
ध्यान रखें कि घुटने मुड़े हुए नहीं होने चाहिए। इस पोज़ में एब्डोमिनल स्ट्रेच फील करें और अपना पूरा वेट हिप्स के ऊपर बैलेंस करें।
कुछ सेकंड इसी पोज़ में रहें। इसके बाद धीरे−धीरे नॉर्मल पोज़िशन में लौट आएं। इसके बाद दोबारा इस पोज़ को रिपीट करें।
4. चेयर पोज़ (उत्कटासन)
यह पोज़ बॉडी का स्टेमिना और स्ट्रेंथ बढ़ाने के साथ डाइजेशन इम्प्रूव करने में हेल्प करता है। जिन लोगों को कॉन्स्टिपेशन का इश्यू हैं, उनके लिए तो ये पोज़ बेहद फायदेमंद है।
ऐसे करें
चेयर पोज़ करने के लिए सबसे पहले दोनों पैरों पर सीधे खड़े हो जाएं।
दोनों पैरों को थोड़ी दूरी पर रखें। दोनों हाथों को ऊपर उठाते हुए सामने की ओर लाएं। हथेलियों को नीचे की तरफ रखें। फिर घुटनों को ऐसे मोड़ें जैसे कि आप किसी चेयर पर बैठे हों।
बॉडी का सारा वेट एड़ियों पर डालें। शोल्डर्ल को कानों से दूरी पर रखें। इसी पोज़ में करीब 30-40 सेकंड तक रहें और फिर नॉर्मल पोज में आ जाएं। इस पोज़िशन को 6-7 बार रिपीट करें। अगर आपके घुटनों में कोई समस्या हैं तो इस पोज़ को अवॉइड करें।
तो आपने देखा कि किस तरह से कुछ योगा पोज़ आपकी डाइजेशन की प्रॉब्लम्स को दूर कर सकते हैं। हाँ! पर ये न सोचे कि एक या दो बार करने पर ही सारी परेशानी दूर हो जाएगी। ऐसा नहीं है! किसी भी तरह के फायदे के लिए आपको रेग्यूलर होने की ज़रूरत है। आपको इन योगा पोज़ को रोज़ाना करना होगा और फिर आपको डिफरेंस फील होने लगेगा। तो चलिए! शुरू हो जाइए!!