स्मूथ, सॉफ्ट और फ्रेश लुकिंग स्किन पाना है तो टाइम-टाइम पर एक्सफ़ोलिएशन करें। डेड स्किन को रिमूव करने के लिए एक्सफ़ोलिएशन की प्रोसेस ज़रूरी है। यह डर्ट और डेड स्किन रिमूव करने का काम करता है। नैचुरल ग्लो बनाए रखता है, तो इससे सॉफ्ट और स्मूथ स्किन मिलती है। फ्लॉलेस स्किन इसे करेक्ट वे में यूज़ करें।
इस ब्लॉग में जानिए एक्सफ़ोलिएशन को कैसे करें। साथ ही इसके डोंट्स भी जानिए।
1. स्किन के हिसाब से हो एक्सफ़ोलिएटर
आपको ऐसा एक्सफ़ोलिएटर चूज़ करना चाहिए, जो आपकी स्किन के हिसाब से हो। आपने रॉन्ग एक्सफ़ोलिएटर चूज़ कर लिया तो वैसा रिजल्ट नहीं आएगा। एक्ने प्रोन या सेंसिटिव स्किन वालों को इसका ज़्यादा ध्यान रखने की ज़रूरत है। पैराबेन और सल्फेट फ्री फॉर्मुला चूज़ करें।
2. जेंटली और माइल्ड प्रेशर के साथ करें
स्क्रब बहुत जेंटली और माइल्ड प्रेशर के साथ यूज़ करें। आपको अपनी स्किन के साथ हार्श नहीं होना है। हार्शली स्क्रबिंग करने से स्किन अफेक्ट होती है। इससे यह ब्लड वेसल्स को ब्रेक कर सतके हैं और इंफ्लैमेशन हो सकता है। तो स्क्रबिंग आपको बहुत सॉफ्टली करना है।
3. वीक में एक या दो बार
आपको वीक में एक बार ज़रूर एक्सफ़ोलिएशन करना चाहिए। अगर स्किन ऑयली है तो वीक में दो बार करें। यह प्रोसेस डेली नहीं करना चाहिए लेकिन अगर लंबा गैप ले रहे हैं, तो मनमुताबिक रिजल्ट नहीं आएगा। एक्सफ़ोलिएशन में रेग्यूलर रहें।
4. एक्सफ़ोलिएशन के बाद मॉइस्चराइज़र लगाएं
एक्सफोलिएशन के बाद स्किन टाइप के हिसाब से मॉइस्चराइज़र ज़रूर अप्लाई करें। यह स्टेप आपको मिस नहीं करना चाहिए। फ्रेश क्लीन पोर्स को मॉइस्चराइज़ के ज़रिए सेट करना होता है।
5. केवल फेस ही नहीं
बॉ़डी के बाकी पार्ट को भी स्क्रबिंग कर डेड स्किन को हटाएं। बॉडी को एक्सफोलिएट करने के लिए बॉडी स्क्रब या बॉडी ब्रश का यूज़ कर सकते हैं। इससे फेस के अलावा बाकी बॉडी पार्ट की डेड स्किन भी रिमूव होगी और स्मूथ स्किन मिलेगी।
तो चलिए आप एक्सफ़ोलिएशन को लाइटली न लें। यह स्किन केयर रूटीन का ज़रूरी पार्ट है और इस स्टेप को मिस नहीं करना चाहिए।
बस आपको ये 5 बातें ध्यान रखनी हैं, ताकि सही तरीके से एक्सफ़ोलिएशन प्रोसेस हो पाएं और आपको डिज़ायर्ड रिज़ल्ट मिल पाएं। अभी तक आप गलत तरीके से स्क्रबिंग कर रहे होंगे, तो आपको समझ आ गया होगा कि रिजल्ट क्यों सही नहीं आ रहा है। तो चलिए, इन बातों को हमेशा स्क्रब यूज़ करते समय याद रखें!