हम एक ऐसे युग में रहते हैं जहां जेंडर स्टीरियोटाइप को लगातार चुनौती दी जाती है और फिर ज्यादा इक्वालिटी की मांग की जाती है। आज भी हमारे देश की ज्यादातर महिलाएं न सिर्फ अपना पेट भरने के लिए बल्कि अपनी फ्यूचर को सुरक्षित रखने के लिए परिवार के पुरुषों पर निर्भर करती हैं। अगर कोई महिला फाइनेंसियल प्लानिंग में इंट्रस्ट लेती है तो उसे रोक दिया जाता है।
हम सभी ने देखा है कि हमारी मां और दादी हमारे घरों और घरेलू खर्चों को बहुत अच्छी तरह से संभालती हैं, लेकिन हम में से कितने लोगों ने उन्हें इन्वेस्ट करने का डिसिशन लेते देखा है?
सबसे पहले तो इन्वेस्टमेंट शुरू करने के लिए गोल्स का पता लगाना जरुरी है। हमारी कुछ प्रायॉरिटीज़ हैं: प्रेगनेंसी, हायर एजुकेशन, चाइल्डकैअर और रिटायरमेंट प्लानिंग। अपनी गोल्स की लिस्ट तैयार करने के बाद अगला स्टेप है ये कैलकुलेट करना की उस गोल के लिए हमें कितने अमाउंट और टाइम की जरुरत है। गोल का टाइम ड्यूरेशन पूरी तरह से आप पर डिपेंड करता है।
अगर आप पहली बार इन्वेस्टमेंट करने में हिचकिचा रहे हैं तो छोटे अमाउंट से शुरुआत करें।
अब आपको बस ये डिसाइड करना है की अपने गोल को पूरा करने के लिए आपको अपना पैसा कहाँ इन्वेस्ट करना है।
शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट
अगर आप कम टाइम के लिए इन्वेस्टमेंट करना का सोच रहे हैं तो इसका मतलब है कि आप फ्यूचर में कैश जमा करने के लिए सेफ प्लेस ढूंढ रहे हैं। मैंने यहाँ आपके लिए कुछ सेफ और बिना रिस्क वाले ओप्शन्स लिस्ट आउट किये हैं, आइये उनपर एक नजर डालें।
- डेब्ट म्यूचुअल फंड
महिलाऐं डेब्ट फंड की सिफारिश तब करती हैं जब वह आमतौर पर कुछ खरीदने के लिए एक सर्टेन अमाउंट जमा करना चाहती हैं। जैसे, एक नया फोन, होम एप्लायंसेज, या फिर किसी के लिए कोई गिफ्ट। ईएमआई के माध्यम से भुगतान करने के बजाय एक डेब्ट फंड शुरू करें। यह आपको डेब्ट और इंटरेस्ट पेमेंट में शामिल होने से बचने में मदद करता है। इसकी एवरेज रिटर्न रेट 9% है।
जैसे, आप एक नया फोन खरीदना चाहते हैं जिसकी कीमत 50,000 ₹ है। अपने डेब्ट म्यूचुअल फंड में 9 महीने के लिए ₹5400 अलग रखें, इससे आपको औसतन 9% रिटर्न मिलेगा जो आपको 50490 ₹ देगा। और आप ईएमआई और हाई इंटरेस्ट रेट की परेशानी के बिना अपना नया फोन खरीद सकते हैं।
- फिक्स्ड डिपॉज़िट
फिक्स्ड डिपॉज़िट के साथ शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट आसानी से किया जा सकता है। वे रिटर्न की हाई रेट प्रोवाइड करते हैं, मार्किट में बदलाव और इंटरेस्ट रेट की फ्लेक्सिबिलिटी का इसपर कोई एफेक्ट नहीं होता और इसकी ड्यूरेशन भी काफी फ्लेक्सिबल होती है। फिक्स्ड डिपॉज़िट को सबसे सेफ शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस में से एक माना जाता है क्योंकि वे एक फिक्स्ड इंटरस्ट रेट और अशुअर्ड अर्निंग देती हैं।
टाइम लिमिट : फिक्स्ड डिपॉज़िट एकाउंट्स में 7 दिन, 14 दिन, 30 दिन, 45 दिन और 10 साल तक की टेन्योर होती है, जो उन्हें सबसे सेफ शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस में से एक बनाती है। मेच्योर होने पर, डिपॉजिट्स को रिन्यू और रीइन्वेस्ट किया जा सकता है।
शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट आपके शॉर्ट टर्म फाइनेंशियल गोल्स को पूरा करने का सबसे इफेक्टिव तरीका है जैसे: व्हीकल खरीदना, वेडिंग प्लान करना या इमरजेंसी फण्ड बनाना। इसके अलावा, यह आपको लम्बे समय तक प्रतीक्षा किए बिना जब भी आपको इसकी जरुरत हो, पैसे निकालने की अनुमति देता है।
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट
क्या आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के बारे में सोच रहे हैं? इसका मतलब है कि आप कम से कम 3 साल तक पूरी रकम नहीं निकालेंगे। इस तरह के इन्वेस्टमेंट अक्सर बच्चों की पढ़ाई, घर पर डाउन पेमेंट का भुगतान, छोटा बिज़नेस शुरू करने या आपकी रिटायरमेंट की सेविंग्स के लिए किए जाते हैं। पर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट कैसे करना है? तो, यहां लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट कुछ बेस्ट ऑप्शंस दिए गए हैं।
- पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड (पीपीएफ)
भारत में सबसे पॉपुलर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस में से एक पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) है। यह कॉम्पिटिटिव इंटरेस्ट रेट के साथ एक सेफ इन्वेस्टमेंट है क्योंकि यह भारत सरकार द्वारा सपोर्ट किया जाता है। इसके अलावा, यह टैक्स बेनिफिट प्रदान करता है और इसकी इनकम इनकम टैक्स फ्री है। पीपीएफ का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल है, लेकिन मैच्योरिटी के एक साल के अंदर इसे पांच साल या उससे ज्यादा के लिए बढ़ाया जा सकता है। पीपीएफ एकाउंट्स में ₹500 से ₹1.5 लाख तक के इयरली डिपॉज़िट्स के साथ फंड किया जा सकता है।
- म्युचुअल फंड
भारत में, म्यूचुअल फंड सबसे बड़े लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस में से एक हैं। सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) को सबसे बड़े लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट सोल्यूशन में से एक माना जाता है। सबसे अच्छी बात यह है कि वे आपको छोटी अमाउंट से शुरुआत करने देते हैं। यह जरुरी है क्योंकि यह आपको इन्वेस्टर के रूप में कॉन्फिडेंस गेन करने में मदद करता है। साथ ही यह आपके फ्यूचर को शेप देने में आपकी मदद करेगा।
हमने अक्सर यह मुहावरा सुना है, “सभी अंडे एक टोकरी में न रखें”, म्यूचुअल फंड हमें कई तरह के एसेट्स में अपने इन्वेस्टमेंट को डाइवर्सिफाई करने में मदद करते हैं।
अपने इन्वेस्टमेंट पर कण्ट्रोल रखने से आप अपने और अपने लव्डवंस के फाइनेंसियल फ्यूचर के बारे में अपनी बात रख सकते हैं। तो, लेडीज, अपनी फाइनेंशियल डेस्टिनी पर कंट्रोल रखें और अभी से इन्वेस्टमेंट करना शुरू करें।