मुझे याद है जब मैं छोटी थी और तब किसी भी बात पर गुस्सा आता था, तो मेरी दादी एक ही बात करती थी, “शांति से बैठ, आठ-दस गहरी साँस और गहरी साँस छोड़!” मुझे लगता था कि वह मुझे ऐसे ही गुस्से से ध्यान दूर करने के लिए कह रही हैं, लेकिन अब समझ आता है कि उनका गहरी साँस लेने और गहरी साँस छोड़ने को लेकर क्या फंडा था! उनका मतलब था कि जो कोई भी स्ट्रेस मैं लिए बैठी हूँ, वह इस “डीप ब्रीदिंग” से दूर हो जाए।
वाकई गहरी साँस लेना, साँस छोड़ना आपकी लाइफस्टाइल में काफी सुधार ला सकता है। रोज़ाना कुछ समय डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ से स्ट्रेस कम हो सकता है, आपके माइंड और बॉडी को रिलेक्स करता है और बेहतर नींद में हेल्प मिल सकती है। आपके ओवरऑल हेल्थ के लिए सही ढंग से सांस लेना ज़रूरी है। जबकि इसके फायदे ढेर सारें हैं, मैँ यहां कुछ फायदों के बारे में बता रही हूँ जो कि आप रोज़ाना की लाइफ़ में फील करेंगे।
एंग्जाइटी
डीप ब्रीदिंग की प्रैक्टिस एक हैक है जिसे लेकर बहुत सारे एक्सपर्ट्स और साइकोलॉजिस्ट नर्वसनेस और एंग्जाइटी का ट्रीटमेंट करने की बात कहते हैं। डीप ब्रीदिंग से आपका हार्ट रेट धीमा हो जाता है, बॉडी ज़्यादा ऑक्सीजन ले पाती है और ब्रेन को रिलेक्स करती है। यह आपके हार्मोन को भी बैलेंस करता है। यब कोर्टिसोल के लेवल को कम करता है, बॉडी में एंडोर्फिन रश बढ़ाता है।
ब्लड फ्लो इम्प्रूव करता है
जब हम गहरी सांसें लेते हैं, तो डायफ्राम का ऊपर और नीचे की ओर मूवमेंट बॉडी से टॉक्सिन्स को निकालने में हेल्प करता है, जिससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है।
पैन कम करता है
पैन को कम करने में डीप ब्रीदिंग काम आ सकती है। जब मसल्स टेंस होती हैं, तो वे आपकी नसों पर प्रेशर बढ़ाती हैं, जिससे पैन बढ़ सकता है। ब्रीदिंग एक्सरसाइज इस साइकिल को तोड़ने में मदद कर सकती हैं। डीप ब्रीदिंग आपके बॉडी को रिलेक्स करेगा है और पैन वाली जगह के आसपास टेंशन रिलीज़ होगा।
इम्यून सिस्टम मजबूत होता है
डीप ब्रीदिंग से फ्रेश ऑक्सीजन लाती है और टॉक्सिन्स और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालती है। जब ब्लड ऑक्सीजन से भरा होता है, तो यह आपके ऑर्गन्स के स्मूथ फंक्शनिंग पर ध्यान देता है, जिसमें इम्यून सिस्टम भी शामिल है। एक क्लीनर, टॉक्सिन-फ्री और हेल्दी ब्लड सप्लाई से इंफेक्शन पैदा करने वाले जर्म्स को दूर भगाने में हेल्प करती है और आपकी इम्यूनिटी को मजबूत करती है। डीप ब्रीदिंग भी एक नेचुरल टॉक्सिन रिलीवर का काम करता है। यह शरीर में विटामिन और न्यूट्रीएंट्स के एब्जॉर्बशन को भी फायदा देता है।
सही पोश्चर के लिए
आप माने या न माने, गलत पोश्चर गलत तरीके से ब्रीद करना है। यकीन न हो तो खुद ट्राई कर देख लीजिए। डीप ब्रीदिंग लेने की कोशिश करें और ध्यान दें कि प्रोसेस के दौरान आपकी बॉडी कैसे सीधी होने लगती है। जब आप अपने लंग्स को हवा से भरते हैं, तो यह ऑटोमैटिकली आपको अपनी स्पाइन सीधा करने के लिए एनकरेज करता है।
तो आप इनहेल-एक्सहेल करें और अपना टेंशन रिलीज़ करें। डीप ब्रीदिंग को अपने मॉर्निंग रूटीन में शामिल करें और फायदों की गारंटी तो है ही। सुबह का समय इस एक्टिविटी के लिए बेस्ट है। फ्रेश एयर में डीप ब्रीदिंग के साथ करें दिन की शुरुआत!