“खुद की स्किन में कम्फ़र्टेबल होना, उसे समझना और एक्सेप्ट करना ही असली ब्यूटी है।” – एलेन डेगनर्स
लेडीज! मुझे पता है कि 30ज़ की ऐज में आना जितना एक्साइटिंग होता है उतना ही टेरिफायिंग भी हो सकता है। क्यूँकि जहाँ एक तरफ आप ज़िन्दगी के एक ऐसे फेज में पहुँच जाते हैं जो बहुत ही सेटल्ड और पीसफ़ुल होती है वहीं दूसरी तरफ आपके ऊपर नई जिम्मेदारियां भी आ जाती हैं।
अर्ली 30ज से ही हमारी बॉडी में चैंजेस आने शुरू हो जाते हैं। हमारा इम्यून सिस्टम और मेटाबोलिज्म कमजोर होने लगते हैं, वेट बढ़ने लगता है। इसलिए सारी जिम्मेदारियों को निभाने के साथ ही आपको अपना सेल्फ-केयर रूटीन भी फॉलो करना चाहिए और कभी कभी इस भागदौड़ की ज़िन्दगी से ब्रेक लेकर थोड़ा आराम भी करना चाहिए। तो आज में आपसे कुछ ऐसे हेल्थ टिप्स शेयर करने वाली हूँ जो आपकी उम्र के इस पड़ाव में आपके लिए काफी हेल्पफुल होगा।
1. एक्सरसाइज
30 के पड़ाव में अपनी फिटनेस और वेट को इग्नोर करके सबसे बड़ी गलती करते हैं। स्पेशली मैरिड लेडीज शुरुआत में अपनी फिजिकल हेल्थ पर ध्यान नहीं देती और फिर टाइम निकलने के बाद पछताती हैं। लेकिन आप सबको यह समझना चाहिए की अगर आप अपने वेट मेन्टेन करके नहीं रखते और फिज़िकल फिटनेस पर ध्यान नहीं देते तो फ्यूचर में अधिकांश विवाहित महिलाएं अपनी शारीरिक भलाई की उपेक्षा करती हैं और बाद में पछताती हैं, लेकिन आपको यह समझना चाहिए कि यदि आप अपना वजन कम नहीं करते हैं या शारीरिक रूप से फिट नहीं रहते हैं, तो फ्यूचर में फिटनेस के बारे में सोचना भी आपके लिए काफी मुश्किल हो जायेगा क्यूंकि तब तक आपकी बॉडी हार मान चुकी होगी। इसलिए खुद को और अपने दिल को फिट रखने के लिए अपनी बॉडी को कम से कम आधे घंटे की एक्सरसाइज जरूर दें।
2. स्लीप
ऐज के साथ आपकी स्लीपिंग साइकिल में भी चैंजेस आते हैं लेकिन फिर भी हम लेडीज का रूटीन सबसे पहले जागने का और सबसे लेट सोने का ही होता है। इस पड़ाव में आकर नींद को प्रायॉरिटाइज़ करना बहुत जरुरी है क्यूंकि अगर आप अच्छी नींद नहीं लेंगे तो आप हमेशा थके हुए और इरिटेट रहेंगे। इसलिए, इस ऐज में कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लें।
3. मैडिटेशन
इस ऐज अपने फिजिकल हेल्थ के साथ साथ अपनी मेन्टल हेल्थ का ध्यान रखना भी बहुत जरुरी है। क्यूंकि इस इस पड़ाव में लेडीज को स्पेशली न्यू मॉमीज़ को एंग्जायटी, पोस्टपार्टम डिप्रेशन जैसी कई प्रोब्लेम्स हो सकती हैं। इसलिए मेरी एडवाइस मानिये और अभी से अपनी मेन्टल हेल्थ का ख्याल रखना शुरू कीजिये। क्योंकि अगर आपका माइंड हैप्पी रहेगा तो आप भी हैप्पी और एनर्जेटिक रहेंगे। इसलिए अपने माइंड को हैप्पी रखने के लिए मेडिटेशन करें, इसके अलावा अच्छी बुक्स, और म्यूजिक भी पॉजिटिव वाइब्स देता है।
4. रेगुलर मेडिकल चेकअप्स कराएं
जब हेल्थ की बात आती है तो अपने गयनाइकोलॉजिस्ट्स से रेगुलर मेडिकल चेकअप्स कराना एक एसेंशियल पार्ट बन जाता है। मेडिकल चेकअप्स में ब्रेस्ट एक्सामिनेशन्स जैसे कई और टेस्ट किये जाते हैं जिससे ये पता लगाया जाता है की आपकी बॉडी में कैंसर सेल्स हैं या नहीं। हेल्थ के लिए मेडिकल चेकअप्स कराने के साथ ही विटामिन डी और कैल्शियम के सप्लीमेंट्स लेना शुरू करें क्यूंकि इस ऐज में आपकी बॉडी में इनकी कमी आती है जिससे हमारी हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
5. मस्ती करना न भूलें
भले ही आपके पास अपने लिए कुछ करने का टाइम ना हो, फिर भी आपको कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे आपको खुशी मिले। आप जो कुछ भी करते हैं, चाहे वह अपने फ्रेंड्स के साथ बाहर जाना हो, या टैप क्लास लेना हो, पेंटिंग करना हो, या फिर कुछ और, कुछ भी कीजिये बस अपने आप को खुश रखिये। और यह सिर्फ एक ऐज के लिए ही नहीं बल्कि सबके लिए जरुरी है।
30 से 40 की ऐज ग्रुप की लेडीज हमेशा अपने पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बिजी रहती हैं। फिर भी चाहे आप कितनी भी बिजी हों, लेकिन अपने लिए थोड़ा सेल्फिश बने। क्यूंकि अगर आपका माइंड, हार्ट और बॉडी हैप्पी रहेगी तो आपकी लाइफ भी इजी और रिलैक्सिंग रहेगी। इसलिए अपना ख्याल रखिए और खुदसे प्यार कीजिये…